किताबें पढ़ने और मेलजोल से अच्छी रहती है मेमोरी

उम्र बढ़ने के साथ याददाश्त में हल्की-फुल्की कमी सामान्य है, लेकिन कुछ लोगों की याददाश्त में तेजी से कमी आती है, जिससे डिमेंशिया जैसी बीमारी का खतरा बढ़ता है। चीन में 2009-2019 तक 29 हजार लोगों पर किए गए शोध में यह पाया गया कि यदि नियमित रूप से किताबें पढ़ी जाएं। शरीर और दिमाग दोनों के लिए एक्सरसाइज की जाए और धूम्रपान न करें तो याददाश्त में आने वाली इस कमी को रोका जा सकता है। कुछ मामलों में इसे रिवर्स भी किया जा सकता है।
शोध में अच्छी मेमोरी के तरीके
• सामाजिक मेलजोल : सप्ताह में दो दिन भी यदि लोगों से मेलजोल की जाए तो याददाश्त बेहतर रहती है। मेलजोल तनाव घटाता है। अवसाद से लड़ने में मदद मिलती है।
• मानसिक एक्टिविटी: किताबें पढ़ना भी एक अच्छी मानसिक गतिविधि है। यदि सप्ताह में दो दिन भी किताबें पढ़ी जाएं या फिर अन्य मानसिक एक्टिविटी जैसे कि सुडोकू या पहेलियां हल की जाएं तो याददाश्त बेहतर रहती है।
• डाइट : फल, सब्जियां, डेयरी प्रोडक्ट, नमक, तेल, अंडा, सिरियल, दालें, नट्स, चाय, मछली और मीट। इन 12 प्रोडक्ट में से 7 को भोजन में शामिल किए जाए तो याददाश्त दुरुस्त रहती है।